नासा का FLOAT प्रोजेक्ट: नासा ने चंद्रमा की सतह पर रोबोटिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम बनाने की योजना का ऐलान किया है, जिसका नाम FLOAT है|

चंद्रमा पर रेलवे ट्रांसपोर्ट सिस्टम: इस प्रोजेक्ट का मकसद चंद्रमा पर पहुंचने वाले एस्ट्रोनॉट्स को रोबोटिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम मुहैया कराना है|

ऑटोनॉमस सिस्टम: FLOAT सिस्टम पूरी तरह से ऑटोनॉमस होगा और चंद्रमा के विकट एनवायरनमेंट में काम करेगा|

नासा की मिशन: नासा का आर्टिमिस मिशन इस प्रोजेक्ट को मुमकिन बनाने का इरादा रखता है, जिसमें चंद्रमा पर एक बेस बनाने की योजना है|

प्रमुख लक्ष्य: FLOAT सिस्टम का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा पर एक टिकाऊ मून बेस को ऑपरेट करने के लिए रोबोटिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम मुहैया कराना है|

ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज: प्रोजेक्ट का मुख्य लक्ष्य उन इलाकों तक ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज पहुंचाना है, जहां एस्ट्रोनॉट एक्टिव होंगे|

डिजाइन और टेस्टिंग: FLOAT सिस्टम को नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) में तैयार किया जा रहा है, और वर्तमान में कैलिफोर्निया में टेस्टिंग जारी है|

रोबोटिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम: इस प्रोजेक्ट के तहत, रोबोटिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को चंद्रमा पर गाड़ियों को फिट करने की योजना है|

रेलवे सिस्टम की गति: चंद्रमा पर चलने वाली गाड़ियां लगभग 1.61 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी|

चांद पर ट्रांसपोर्ट सिस्टम की आवश्यकता: 2030 के दशक में चांद पर एक टिकाऊ मून बेस को ऑपरेट करने के लिए ऐसे रोबोटिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम की आवश्यकता होगी|